मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान योजना 2024: पूरी जानकारी हिंदी में
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान योजना - परिचय मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान योजना का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों में कुपोषण को कम करना है। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और कुपोषित बच्चों को पौष्टिक आहार एवं आवश्यक पोषण सहायता प्रदान की जाती है। यह योजना स्वस्थ समाज के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। (मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, MSAY, कुपोषण मुक्ति योजना, पोषण किट, आंगनवाड़ी लाभ, छत्तीसगढ़ सरकार योजना, BPL परिवार)what is Mukhyamantri bal suposhan Yojna?
छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में कुपोषण को जड़ से खत्म करने और महिलाओं व बच्चों
के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान योजना (MSAY) शुरू
की है। यह योजना
15 से 49 गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं, और 6 वर्ष तक के
बच्चों
को पोषण युक्त आहार प्रदान करती है। को कुपोषण और एनमिया से बचाना
है। आइए, इस योजना की हर जानकारी विस्तार से जानें:
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान योजना: संक्षिप्त विवरण
- उद्देश्य: कुपोषण, एनीमिया, और शिशु मृत्यु दर को कम करना।
- लाभ: निःशुल्क पोषण किट, हॉट कुक्ड मील, और स्वास्थ्य जाँच।
- लॉन्च तिथि: 2 अक्टूबर 2019 (छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा)।
- आवेदन प्रक्रिया: आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से।
योजना के मुख्य बिंदु (Key Points)
क्रमांक | विवरण | जानकारी |
---|---|---|
1. | लाभार्थी | गर्भवती महिलाएँ, धात्री माताएँ, 0-6 वर्ष के बच्चे |
2. | पोषण सहायता | प्रतिमाह 10 किलो राशन (चना, दाल, तेल, गुड़), अंडे, और दूध |
3. | स्वास्थ्य सेवाएँ | नियमित हीमोग्लोबिन जाँच, आयरन टैबलेट, और टीकाकरण |
4. | कवरेज | राज्य के सभी 27 जिलों में 50,000+ आंगनवाड़ी केंद्र |
5. | आधिकारिक वेबसाइट | https://wcd.cg.gov.in |
योजना के लाभ (Benefits)
- पोषण किट: प्रतिमाह 10 किलो राशन (BPL परिवारों को निःशुल्क)।
- हॉट कुक्ड मील: बच्चों को दिन में एक बार पौष्टिक भोजन।
- स्वास्थ्य मॉनिटरिंग: एनीमिया और कम वजन की नियमित जाँच।
- जागरूकता कार्यक्रम: माताओं को स्तनपान और संतुलित आहार की ट्रेनिंग।
पात्रता (Eligibility)
- आवेदक छत्तीसगढ़ का स्थायी निवासी हो।
- BPL श्रेणी में आने वाले परिवार।
- गर्भवती महिलाओं का आंगनवाड़ी केंद्र में पंजीकरण अनिवार्य।
- 0-6 वर्ष के बच्चे जिनका वजन/लंबाई मानक से कम है।
जरूरी दस्तावेज (Documents)
- आधार कार्ड (माता और बच्चे का)।
- बीपीएल राशन कार्ड या आय प्रमाण पत्र।
- गर्भावस्था प्रमाण पत्र (गर्भवती महिलाओं के लिए)।
- बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र।
आवेदन कैसे करें? (How to Apply)
- आंगनवाड़ी केंद्र पर संपर्क करें:
स्टेप 1: नजदीकी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से मिलें।स्टेप 2: परिवार और बच्चे का विवरण दर्ज कराएँ।
स्टेप 3: दस्तावेज सत्यापन के बाद पंजीकरण पूरा होगा।
2. ऑनलाइन ट्रैकिंग:
- महिला एवं बाल विकास विभाग की वेबसाइट पर लॉग इन कर आवेदन स्थिति चेक करें।
ध्यान रखने योग्य बातें (Important Tips)
- पोषण किट प्राप्त करने के लिए आंगनवाड़ी कार्ड अनिवार्य है।
- गर्भवती महिलाएँ नियमित स्वास्थ्य जाँच अवश्य कराएँ।
- बच्चे का वजन/लंबाई मापने के लिए प्रतिमाह केंद्र पर जाएँ।
People Also Ask (PAA) अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. क्या गैर-बीपीएल परिवार भी योजना का लाभ ले सकते हैं?
Ans: नहीं, केवल BPL परिवारों को प्राथमिकता दी जाती है।
Q2. पोषण किट में क्या-क्या मिलता है?
Ans: चना, दाल, सोया बड़ी, तेल, गुड़, अंडे, और दूध पाउडर।Q3. 6 साल से अधिक उम्र के बच्चों को लाभ मिलेगा?
Ans: नहीं, योजना केवल 0-6 वर्ष तक के बच्चों के लिए है।Q4. आवेदन अस्वीकृत होने पर क्या करें?
Ans: जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराएँ।Q5. मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान योजना क्या है ?
Ans: मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान योजना छत्तीसगढ़ में "कुपोषण मुक्ति" का संकल्प पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। जिसमे 06 वर्ष के बच्चों को तथा 15 से 49 वर्ष के महिलाओ को कुपोषण व एनीमिया से बचाना है ।निष्कर्ष (Conclusion)
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान योजना छत्तीसगढ़ में "कुपोषण मुक्ति" का संकल्प पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह न केवल बच्चों को स्वस्थ बना रही है, बल्कि माताओं को भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रही है। अगर आप या आपके आसपास कोई पात्र परिवार है, तो आंगनवाड़ी केंद्र पर संपर्क कर लाभ अवश्य उठाएँ।इस योजना की जानकारी अन्य माताओं तक पहुँचाएँ और छत्तीसगढ़ को कुपोषण मुक्त राज्य बनाने में सहयोग दें!